सिंहस्थ
अमृत्व तत्व शुभस्थ है
सिंहस्थ है - सिंहस्थ है
यह चरण मंगल आचरण
यह चेतना पथ जागरण
यह मुक्त मिथ्या आवरण
यह अमर का है प्रिय वरण
अगम्य गम्य करस्थ है
सिंहस्थ है - सिंहस्थ है
प्रणति सृष्टि प्रमोदिनी
शुभ संत पंथ प्रबोधिनी
है बोध कारिणी योगिनी
त्रिनेत्र स्वस्ति सुलोचिनी
मांगल्य मूल ग्रहस्थ है
सिंहस्थ है - सिंहस्थ है
हे काल कारण शं स्वयं
हे सर्व काल अयन अयं
हे धूर्जटि हे भस्म प्रिय
हे महाकाल शिवं शिवं
सर्वत्र सर्व शिवस्थ है
सिंहस्थ है - सिंहस्थ है
- अशोक जमनानी