नर्मदा यात्रा : 47 : दूधी संगम
शक्कर संगम से आगे बढ़ते हैं तो कुछ गाँवों से मिलते हुए दूधी संगम पहुँचते हैं। दूधी भी बहुत सुंदर नदी है। रेत के चौड़े पाट पर धारा की निर्मलता मन मोह लेती है। संगम आबादी से दूर है इसलिए चारों ओर शांति का अद्भुत साम्राज्य फैला रहता है। शायद इसी कारण जल पक्षी यहाँ डेरा डाले रहते हैं। दूधी अपनी निर्मल धारा लेकर यहाँ आती है पर नर्मदा की धारा यहाँ तक आते-आते अपने रंग का उजाला कायम नहीं रख पाती और दूधी से मिलकर नर्मदा का रंग दूधिया भी नहीं होता क्योंकि नर्मदा तो नर्मदा है उसे दूधी नहीं होना है उसे तो दूधी को करना होता है …… नर्मदा।
- अशोक जमनानी
शक्कर संगम से आगे बढ़ते हैं तो कुछ गाँवों से मिलते हुए दूधी संगम पहुँचते हैं। दूधी भी बहुत सुंदर नदी है। रेत के चौड़े पाट पर धारा की निर्मलता मन मोह लेती है। संगम आबादी से दूर है इसलिए चारों ओर शांति का अद्भुत साम्राज्य फैला रहता है। शायद इसी कारण जल पक्षी यहाँ डेरा डाले रहते हैं। दूधी अपनी निर्मल धारा लेकर यहाँ आती है पर नर्मदा की धारा यहाँ तक आते-आते अपने रंग का उजाला कायम नहीं रख पाती और दूधी से मिलकर नर्मदा का रंग दूधिया भी नहीं होता क्योंकि नर्मदा तो नर्मदा है उसे दूधी नहीं होना है उसे तो दूधी को करना होता है …… नर्मदा।
- अशोक जमनानी