पत्रिका-भोपाल
आज 'पत्रिका' के भोपाल संस्करण ने ख़ाकसार पर एक आलेख प्रकाशित किया। युवा पत्रकार आनंद तिवारी ने मुझसे पूछा कि बतौर साहित्यकार मेरी क्या ख्वाहिश है तो मैंने कहा कि मैं चाहता हूँ कि दुनिया के हर नौजवान के पास कुछ कविताएँ हों और हर बुजुर्ग के पास कुछ कहानियां हों .. .....
शुक्रिया पत्रिका ... शुक्रिया आनंद तिवारी और दीपेश जी ..
- अशोक जमनानी